Tuesday, 21 January 2014

Photos speak louder than words and Dharna

Funny photos viral in social media about Arvind Kejriwal & AAP Party 


Very Famous Quote
Performance showing "what you done" louder than words 

And now on AAP Party
Results showing louder than your Dharna and etc.


My View on From 1st day of AAP Party when its establish 


When Arvind Kejriwal announce party against  Anna Hazare   suggestions ..i realize  Arvind Kejriwal  selfish 

During Election Campaign my view towards Arvind  Kejriwal change ....i realize i am wrong and he really want good governance and corrupt free Delhi....i saw in Arvind Kejriwal  Hope of new politics 

When he taken  support from congress and decide against her promise of " we not take or give support from BJP or Congress...that day i realize Arvind Kejriwal have political selfishness like others

Today my view very clear AAP Party and Arvind Kejriwal Totally failed to governed government and not have idea how to proceed a government
This protest totally for Lokshabha Election 2014 ...today Arvind Kejriwal language very bad for democratic nation and  against our values   ...he also behave like other old politics in bihar and up


so conclusion is as my personal point of view i am not able to see vision and idea of good system in Arvind Kejriwal      
  












Note :All photos taken from internet 





   

Monday, 20 January 2014

Arvind Kejriwal and AAP Jokes Viral On Social Media





1
एक लड़की को School में आम
परिवार per Essay लिखने
को कहा गया|
ESSAY :
एक आम आदामी का परिवार था,
पिता गरीब,माँ गरीब, बच्चे गरीब.
परिवार में 4 नौकर थे, वोह भी गरीब.
Car भी टूटी हुई Wagonar थी.
उनका गरीब ड्राईवर
बच्चों को उसी टूटी Car में School
छोड़ के आता था.
बच्चों के पास पुराने N95 Mobile
थे.
बच्चे हफ्ते में सिर्फ 3 बार
ही HOTEL में खाते थे.
घर में केवल 4 2nd Hand A.C. थे.
सारा परिवार बड़ी मुश्किल से ऐश कर
रहा था.!!
छुट्टियो मै केवल सिंगापूर तक जाने का ही मौका मिल
पाता था !!
बडी मुशकिल जिंदगी होती है आम
आदमी की जितना भी ईलाज करवाले खाँसी ही ठीक
नही होती !!





2
ये केजरीवाल ईतना ईमानदार है......
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.कि जब तक
खांसी के साथ खून नही आएगा तब तक
नही मानेगा की ऊसे TB है 




मै अरविन्द केजरीवाल को एक सलाह देना चाहता हूँ।।

भाई ये सब नौटंकी बंद करो और सीधे चुनाव आयोग के सामने धरने पे बैठ जाओ, और बस मांग करो की बीजेपी को चुनाव नहीं लड़ने दिया जाए, बस पूरा matter ही solve हो जाएगा।।

ई रोज-रोज के नौटंकी से कुछो नहीं होगा।।




आपियों और दिल्ली वालों के पसंदीदा श्रीमान खुजलीवाल का नया खेल;
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"आओ धरना धरना खेलें"...
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हाहाहाहा..क्या कमाल का जोकर सीएम पाया है दिल्ली वालों ने..क्या कभी सुना है कि किसी राज्य का सीएम अपनी ही पुलिस के खिलाफ सख्त कदम उठाने के बजाय उनसे धरना धरना खेलने की इजाजत माँगे..पता नहीं मंगल ग्रह से तो नहीं आया है ये कहीं ??
लगता है "मैन इन ब्लैक" वाली टीम को दिल्ली बुलाना पडेगा। 






तीन हफ्त्ते के बाद खाँसी टीबी बन जाती है
'ईमानदार' तो पिछले 6 हफ्ते से खास रहा है





मेट्रो स्टेशन बंद होने से केवल ख़ास आदमियों को दिक्कत
होगी क्योंकि आम आदमी इनोवा से चलते हैं।



मुजरिम- "मैँ अरविँद केजरीवाल जी ........की शपथ खाता हूँ..,
कि जो भी कहूँगा...... सच कहूँगा.... सच के सिवाय कुछ
भी नहीँ कहूँगा ....!!!!!!!!!
जज- बस कर पगले रुलाएगा क्या .....???? बिना सबूत.... बिना गवाह.....
के इन्हे बाइज्जत बरी किया जाता है ......। साथ ही अदालत आदेश
देती है ........कि इस व्यक्ति को ईमानदारी का प्रमाणपत्र
दिया जाए............ और अब कभी इस ईमानदार आदमी को परेशान न
किया जाय......... !! 





8
केजरीवाल जी जब भी किसी के घर जाते हैं तो सामने वाला उनसे यही पूछता है, सर, कहां बैठेंगे, सोफे पे, बेड पे या धरने पे।

9
"कजरीके धरने को सीरियसली मत लीजिये भाभी कह रहीथी कि कभी कभी तो सब्जी में नमक ज्यादा पड़ने पर भी वो घर के दरवाजे के बाहर धरने पर बैठ जाते थे.

10
अब तो गली के बच्चे कहने लगे ...आओ धरना धरना खेले

11
केजरी के मंत्री रोज किसी न किसी विवाद में फंस रहे हैं... समझ नही आता कि ये लोग "आम आदमी पार्टी" के सदस्य हैं या "परेशान आदमी पार्टी"


12
अभी तक दिल्ली में महिलाओं की इज्जत के साथ खिलवाड़ होते थे लेकिन आज दिल्ली की इज्जत के साथ खिलवाड़ हो रहा है ।

Sir.Arvind.Kejriwal Jokes Facebook Page

13
केजरी ने साबित कर दिया वो सरकार नहीं चला सकते सिर्फ टीवी कैमरे के सामने धऱना दे सकते हैं. कौन समझाए कि राजनीति और नौटंकी में अंतर होता हे

14
कानून मंत्री कानून तोड़ता है, फिर मुख्यमंत्री उसे सही ठहराते हुए सारा काम धाम छोड़ के उसके समर्थन में धरना देने पहुँच जाता है,


नोट : ईस लेख का सारा कंटेंट इंटरनेट से लिया गया है ,,,ईस का मकसद किसी की वयक्तिगत भावना को ठेस पहुचाना नहीं है